आज हर शक्स अपने मोटे पेट और
शरीर से परेशान है और अपने को सही अनुपात और चुस्त रखने के लिए ना जाने कितनी ही
जद्दोजहद भी करता है। इनमे सबसे आसान तरीका है अल-सुबह खाली पेट गरम पानी का सेवन
करना और कई लोग तो इसमे नीबू और शहद भी मिलाकर पीते है। मगर कई लोग शायद कुछ खास
परिणाम हासिल ना होने के कारण मायूस हो कर हथियार डाल देते है। हो सकता है के आप
लोग गलत तरीका इस्तेमाल कर रहे हो !
क्या गर्म पानी पीना सही है ?
दोस्तो आधी अधूरी जानकारी आपके लिए घातक सिद्ध हो सकती है क्यूंकी अगर आप भी अगर गर्म पानी का सेवन करते है तो ज़रा सावधान रहे क्यूंकी यह सरासर गलत है और आपके शरीर के लिए नुकसानदेह भी सो सकता है।
गर्म पानी पीने से होने वाले नुकसानात
तो सबसे पहले जानते है की आखिर गर्म पानी का सेवन क्यूँ ना करे, इसके क्या-क्या नुकसानात हो सकते है।
- गर्म पानी पीने से शरीर की नसों मे सुजन आ सकती है।
- आपके शरीर के पाचन-तंत्र का तापक्रम गड़बड़ा सकता है।
- महत्वपूर्ण अंदरूनी अंगो जैसे लीवर, किडनी और धमनियों को नुकसान पहुँच सकता है।
- गले की वॉइस कॉर्ड मे सुजन आ सकती है और जीभ की स्वाद ग्रंथिया भी प्रभावित हो सकती है।
यहा मै आपको गर्म पानी नहीं पीने के पीछे वैज्ञानिक तथ्य के बारे मे भी बता देता हूँ। पानी को ज्यादा गर्म करने और उबालने पे उसका फैज यानि भौतिक और रसायनिक प्रारूप बदल जाता है। उसमे भाँप और जल वाष्प की सांद्रता यानि अनुपात बढ़ता जाता है जो सादे पानी की तुलना मे हानिकारक होता है।
कैसा पानी पीया जाए
तो अब यह सवाल उठता है की आख़िर किस तरह का पानी पीया जाना चाहिए। हमारे प्राचीन आयुर्वेदिक और यूनानी चिकित्सा पद्धति एवं नाड़ी उपचार मे दरअसल स्वस्थ रहने के लिए जिस तरह के पानी का जिक्र है वो गर्म पानी नहीं बल्कि नीम गरम पानी है। जी हा दोस्तो ‘नीम गरम पानी’ जिसे अमूमन लोग जानकारी और गलतफ़हमी के अभाव मे गर्म पानी समझ लेते है और सेवन करते है। नीम गरम पानी ही हमारे शरीर के लिए फायदेमंद है ना की गर्म पानी; लेकिन आख़िर नीम गरम पानी का मतलब है क्या ये भीं जाने, तो बेशक मै ज़रूर बताता हूँ ।
नीम गरम पानी
नीम गरम पानी दरअसल गर्म किया हुआ वो पानी होता है जिसे 100°C से भी कम तापमान पर गर्म किया जाता है उबाला बिल्कुल नहीं जाता। हमारा शरीर अपने आदर्श तापमान 37°C से 4°-5° ज्यादा तक के ही गर्म पानी की इजाज़त देता है। अगर इससे ज्यादा गर्म पानी आप पीते है तो शरीर के अंदरूनी अंगों के ख़राब होने का ख़तरा बना रहता है।
नीम गरम पानी का तापमान लगभग
98°F से 105°F तक होता है
लेकिन डिग्री फ़ारहेनहाइट (°F) और डिग्री सेल्सियस (°C) मे फ़र्क जाने बिना अज्ञातवश हम पानी को 100°C तक
उबाल लेते है।
नीम गरम पानी तैयार करने का तरीका
ये कोई मुश्किल नहीं बल्कि बेहद आसान तरीका है। पानी को किसी मर्तबान यानि बर्तन मे लेके धीमी आँच पे रखे और जैसे ही आपको बर्तन के पेंदे मे पानी के नन्हें-नन्हें बुलबुले दिखे तो आँच को बंद कर दे और लगभग 2-3 मिनट बाद इस पानी का सेवन करे।
ये यक़ीनन आपके लिए बहुत
ज्यादा फायेदेमंद और निहायत ही सुरक्षित भी साबित होगा।
यक़ीनन आपको ये जानकारी पसंद आई होगी, इस पर आपकी प्रतिक्रिया और सुझाव ज़रूर दीजिएगा।
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